Karka Rashi (कर्क राशि)


कर्क राशि भचक्र की चौथी राशि है और इसका स्वामी ग्रह है चंद्रमा है। कर्क राशि में जन्म लेने वाले लोग सामान्य तौर पर गोरे रंग के होते हैं लेकिन लग्न और लग्नेश की स्थिति व इन पर अन्य ग्रहों के प्रभाव के कारण जातक का रंग सांवला भी ओ सकता है। ये पित्त प्रकृति के होते हैं, सामान्यत: ये शारीरिक रूप से पुष्ट होते हैं।
इस राशि के लोग बहुत भावुक होते हैं, हालांकि बाहर से ये कठोर भी नजर आते हैं लेकिन अन्दर से ये बहुत नरम और संवेदनशील होते हैं। दूसरों के कठोर शब्द आपको आसानी से चोट कर सकते हैं और आप अक्सर अवसाद से ग्रस्त हो जाते हैं। कर्क राशि में उत्पन्न शांत प्रवृत्ति के होते है। ये यात्रा प्रेमी एवं प्रकृतिक वातावरण से लगाव रखने वाले होते है। इनमें शारीरिक शक्ति की अपेक्षा, मानसिक शक्ति ज्यादा विकसित होती है। इन्हें परिवर्तन बहुत पसंद आता है। इनका मन और मस्तिष्क भी हमेशा चलायमान रहता है।

यद्यपि आप अपने घर परिवार से बहुत लगाव रखते हैं लेकिन आप प्रायः घर यानी कि अपनी जन्म स्थली से दूर भी रह सकते हैं। अपने घर को सजाना संवारना व डेकोरेशन आपको अति प्रिय है। आप स्वयं भी सज सवंर कर रहना पसंद करते हैं। आपको सदैव सुख सुविधाओं की लालसा बनी रहती है। संगीत एवं कला के प्रति भी आपका आकर्षण रहता है।

कर्क राशि के लोगो के लिए भावनात्मक सुरक्षा बहुत मायने रखती हैं। अपने प्यार को ये बहुत अधिक महत्त्व देते हैं। प्यार की चाहत इन्हे और अधिक भावुक बना देती हैं भावना और भावनात्मक नींव पर इनकी दुनिया टिकी रहती है। आपके बहुत सारे प्रिय जन हैं लेकिन आपको खुदगर्ज, स्वार्थी लोगों को पहचान कर उनसे सावधान रहना जरूरी होगा। मित्रों के मध्य आप सम्माननीय रहेंगे।

प्रेम प्रसंगों के मामले में इन्हें जरूरत से ज्यादा भावुक होते देखा गया है। हालांकि ये स्त्री वर्ग का सम्मान करने वाले होते है फ़िर भी प्रेम सम्बंधी मामलों में इन्हें असफलता ही मिलती है। ये अपने साथी से ज्यादा नहीं तो कम से कम समान मात्रा में प्यार की उम्मीद करते हैं। ये प्यार में दर्द बर्दाश्त नहीं कर सकते। सामान्यतय: इनका वैवाहिक जीवन कुछ परेशानियों से युक्त होता है, इसका एक कारण इनका शंकालु होना भी हो सकता है। इनके गृहस्थ जीवन में बीच-बीच में कुछ न कुछ परेशानियां आती रहती हैं।

जीवन में के लिए आवश्यक सुख साधनों को आप अपने परिश्रम से अर्जित करेंगे। आपके दिल में देश व समाज की सेवा करने भावना विद्यमान रहती है। आप राजनितिक या सरकारी क्षेत्रो में किसी सम्मानित पद को प्राप्त कर सम्मान तथा प्रतिष्ठा कर सकते हैं। इस राशि के लोग अच्छे लेखक, कवि, दार्शनिक, साहित्यकार या फ़िर भविष्यवक्ता भी हो सकते है। इस राशि वाले आयात-निर्यात, कपड़ा संबंधी व्यापार, सीमेंट कारखाने, भवन निर्माण के कार्य, बड़े बड़े ठेके के कार्य, खेती के कार्य व यांत्रिक मशीनरी, सरकारी अधिष्ठानो में जल संबंधी कार्यों में देखे जाते हैं। इस राशि के कई लोग उच्च श्रेणी के डॉक्टर, वैद्य अनुसंधानकर्ता भी हो सकते हैं।

आपको अपना भाग्य उन शहरों आजमाना चाहिए जो किसी नदी या समुद्र के किनारे बसे हों। ऐसे शहर आपको खूब लाभ दे सकते है। ये जल मार्ग से व समुन्द्र पार यात्रा व विदेश व्यापार में संलग्न होकर काफी धन तथा प्रसिद्धि कमा सकते है। कर्क राशि का वालों का भाग्योदय सामान्य तौर पर 22वें वर्ष में हो जाता है। फ़िर भी इनके जीवन में 22, 31, 40, 49, 58, 67, एवं 86वें वर्ष लाभदायक रहते है। इनके जीवन काल में इन्हें कई बार उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ता है लेकिन जीवन में आने वाले उतार चढ़ाव का सामना ये बहुत ही कुशलता के साथ करने में सक्षम होते है। आपको प्रचुर मात्रा में धन लाभ भी होता है।

धर्म में इनकी गहरी रुचि रहती है। ये धार्मिक क्रिया कलापों में बढ़ चढ़ कर भाग लेते हैं। शीतजन्य रोगों का प्रभाव इन पर अधिक रहता है। कर्क राशि वालों को सर्दी, जुकाम, नजला, गठिया, कफ और उदर रोगों से पीड़ा मिलने की अधिक सम्भावना रहती है। पुरानी कड़वी यादें भविष्य में दोबारा न आ जाएं यह डर आपको सबसे ज्यादा कमजोर बना देता हैं, इससे बचाव का सदैव प्रयत्न करते रहें।

आशा है अपने जीवन से सम्बंधित इन तथ्यों को जानकर आप उचित आचरण करेंगे तथा सुखी रहते हुए प्रसंशा प्राप्त करेंगे। नमस्कार!!

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