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धनु राशि भचक्र की नवमीं राशि है और इसका स्वामी ग्रह है गुरु यानि कि बृहस्पति है। यह अग्नि तत्त्व की राशि है। सामान्यत: इनका शरीर बड़ा होता है। इनकी छाती पुष्ठ और ऊंची होती है। इनके होठ आकर्षक होते है और इनके बाल घने हैं। सामान्य तौर पर इस राशि के लोग काफी मजबूत और लंबे होते हैं। लेकिन बृहस्पति के प्रभाव के कारण ये तीस साल की उम्र में ही अधिक उम्र के दिखने लगते हैं। हालांकि इनका व्यक्तित्व ऊर्जवान और लुभावना होता है। सामान्यत: ये करिश्माई, आकर्षक और ऊर्जावान होते हैं। ये सदैव प्रसन्नचित रहते हैं और सामान्य वेश बूसा में देखे जाते हैं।
इनके व्यक्तित्व में गुरू का प्रभाव देखने को मिलता है, जिस कारण ये लोग आस्तिक और दर्शन शास्त्र में रूचि रखते हैं। आध्यात्म और ज्योतिष के प्रति भी इनकी गहरी रूचि रहती है। ये बुद्धिमान और श्रेष्ठ व्यक्तियों में गिने जाते हैं। ये कई विषयों के अच्छे ज्ञाता होते हैं, लेकिन अगर गुरू बहुत बलवान हो जाये तो ऎसे व्यक्तियों में अपने ज्ञान को लेकर थो़डा अहंकार भी आ जाता है और वह अपने ज्ञान का बखान करने लगते हैं। यदि धनु लग्न वाले हैं और आप महसूश कर पाते हैं कि आपके भीतर ज्ञान को लेकर अहंकार है तो इससे बचने का प्रयास करें।
इस राशि के लोग सम्मानित, ईमानदार, विश्वासी, उदार और न्याय के प्रति वफादार होते हैं। ईमादारी के साथ इनका झुकाव आध्यात्म की ओर ज्यादा होता है। इस राशि के लोग मजबूत इच्छा शक्ति वाले होते हैं और वे किसी भी कार्य को सफलता पूर्वक अंजाम देने का माद्दा रखते हैं। कभी-कभी अन्य लोग इन्हें दूसरों के खिलाफ भ़डकाने का प्रयास करते हैं, परन्तु ये लोग अपनी सूझ-बूझ और समझदारी का परिचय देते हुए उन बातों पर गौर नहीं करते।
धनु राशि के जातक हंसमुख, आशावादी, मिलनसार और साहसिक होते हैं लेकिन इनकी यही बेबाक राय इनके प्रेम पात्र या जीवन साथी को बुरी लग जाती है। ये किसी नए रिश्ते के मिलने से खुश रहते हैं लेकिन जैसे जैसे यह रिश्ता परवान चढ़ता है ये अन्य जिम्मेदारियों की वजह से उस रिश्ते हो बनाए रखने में असफल होने लगते हैं। ये सपनो की दुनिया में भी डुबे रहते हैं जिससे इनके रिश्तों मे प्रतिकूल असर पड़ता हैं। इस मुद्दे पर चिंतन करके प्रयास करने पर इस मुद्दे से निजात पाई जा सकती है।
उनका जीवन के प्रति नजरिया सकारात्मक, ऊर्जा से ओरप्रोत, साहसी, अनुभव को दूसरों से अधिक से अधिक बांटने वाले होते हैं। ऎसे व्यक्ति अपनी बातों में गंभीरता लिये होते हैं। धनी, सम्मानित और समाज में प्रतिष्ठित होते हैं। ये लोग अच्छे सलाहकार साबित होते हैं, परन्तु बिना मांगे किसी को सलाह देने से बचें अन्यथा आलोचना के पात्र बन सकते हैं।
ये लोग पैसों का हिसाब-किताब भलीभांति रख पाते हैं। आर्थिक मामलों के प्रबंधन और उससे जुड़ी सलाह देने में ये महारथी होते हैं। ये लगातार अपने लक्ष्य की ओर केन्द्रित रहते हैं और लक्ष्य प्राप्ति के पश्चात ही इन्हें चैन मिलता है। ये लोग ईमानदार होते हैं। वैसे तो धनु राशि वालों की ज्यादातर रूचि अपने पारम्परिक व्यवसायों को आगे बढ़ाने में ही रहती है। फ़िर भी ये ऎसे क्षेत्र में कार्य करना पसंद करते हैं जिसमे इन्हे यात्रा करने को मिले और अपना ज्ञान साझा करने को मिले। धनु जातक अच्छे यात्रा लेखक, प्रेरक वक्ता, यात्रा गाइड, ट्रैवल एजेंट आदि बन सकते हैं। इसके अलावा ये प्रभावशाली राजनेता, मानव संसाधन प्रबंधक, एनजीओ कार्यकर्ता, शिक्षक, दार्शनिक, कार्यकर्ता और चिकित्सक आदि भी हो सकते हैं।
इन लोगों को मीठा अधिक पसंद होता है जिस कारण ये थो़डे मोटे होते हैं और इन्हें मीठे का सेवन कम करना चाहिए। क्योंकि इनमें डायबिटिज होने की भी संभावना बनी रहती है। इसके अलावा धनु ऱाशि के लोगो में विशेष रूप से कूल्हों और जांधों के रोग पाए जाते हैं। इस राशि के लोगों में पीठ दर्द की समस्या अधिक होती है। बुखार और फेफड़े से जुड़ी समस्या के कारण भी ये व्यथित हो सकते हैं। इन्हें कभी-कभी जोड़ों में दर्द की समस्या से भी ग्रस्त देखा गया है। इनकी कफ विकृत्ति होने के कारण इन पर मौसम के परिवर्तन का बहुत जल्दी प्रभाव प़डता है, जिसके लिए इन्हें सादा पानी और आयुर्वेदिक दवाइयों का अधिक प्रयोग करना चाहिए।
धनु राशि के जातकों का कमजोर बिंदु उनका लीवर हैं,अत: इन्हे ऎसा खाद्य पदार्थ खाने की जरुरत हैं जो कि इस अंग को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी हैं। टमाटर, ताजे और सूखे हुए दोनो तरह के आलुबुखारे सेब, जई, स्ट्रॉबेरी, फलों और सब्जियों के छिलके, खजुर, चेरी, हरी बीन्स और मकई आदि शामिल हैं। शराब और धूम्रपान बिल्कुल नहीं करना चाहिए। इन्हे सक्रियता बढ़ाने की जरूरत हैं और अनजाने में भोजन छोड़ने से बचना चाहिए। इन्हे अपने साथ हर समय कुछ ताजे फल और सब्जियों से बने स्नैक्स साथ में रखने चाहिए और बहुत पानी पीने की आदत बनाना चाहिए।
आशा है अपने जीवन से सम्बंधित इन तथ्यों को जानकर आप उचित आचरण करेंगे तथा सुखी रहते हुए प्रसंशा प्राप्त करेंगे। नमस्कार!!