Simha Rashi (सिंह राशि)


सिंह राशि भचक्र की पांचवीं राशि है और इसका स्वामी ग्रह है सूर्य है। इस राशि का चिन्ह यानी कि सिंह यानी कि शेर। यह राशि अग्नि तत्त्व की होती है। आप तौर सिंह राशि के लोग मध्यम कद काठी के होते हैं। शरीर सुगठित होता है। इनका व्यक्तित्त्व शानदार और रोबीला होता है। इनकी आंखों में एक विशेष प्रकार का आकर्षण देखने को मिलता है। इनकी हड्डियां मजबूत होती हैं, इनका माथा चौडा होता है। चेहरा शेर के समान भरा हुआ होता है। इस राशि के लोग अपने पुरुषार्थ व अपने पौरुष प्रदर्शन के लिए प्रयत्नशील रहते है। सिंह राशि के लोग निर्भीक, उदार, एवं अभिमानी होते है। इस राशि के व्यक्ति सामान्यतः सज्जन, विशाल हृदय तथा दूसरों की सहायता करने वाले होते हैं। ये अपने मित्रों तथा सम्बन्धियों पर बहुत विश्वास करते हैं। लेकिन कुछ हद तक अभिमानी होने के नाते ये लोगों से नाराज जल्दी हो जाते है। ये लोग निजी आक्षेप के प्रति काफी संवेदनशील होते है और जब इनके आदर्श की आलोचना होती है तो ये काफी गुस्से में आ जाते हैं। हालांकि सामान्य तौर पर सिंह राशि के लोग सहज, खुश रहने वाले बुद्धिमान और खुले विचार वाले होते हैं। ये लोग इस बात में यकीन करते हैं कि उसके द्वारा उठाया गया कदम सही है और वे सही या गलत समय में उसपर अड़े रहते हैं।

सिंह राशि के लोग धार्मिक कार्यों में बढ़ चढ़ कर भागीदारी करते हैं। लेकिन इन्हें धर्म के नाम पर पाखण्ड पसंद नहीं होता। ये लोग देवताओं और गुरुजनों के भक्त और पूजक होते हैं। यानी ये पूरी तरह से ईश्वर पर विश्वास करने वाले होते हैं। ये दानी व सत्पुरुषों के प्रेमी होते है। इस राशि के व्यक्ति उन भाग्यशाली लोगों में से होते है, जिनका अनुसरण दूसरे लोगों के द्वारा किया जाता है। ये मानवीय गुणों से संपन्न होते हैं। ये धर्म में रूढ़िवादी सिद्धांतों का पालन करते है साथ ही दूसरे के उपदेशों के प्रति संवदेनशील भी होते हैं। स्थिरता इनका विशेष गुण होता है। इनके विचारों में न्यायप्रियता स्पष्ट रूप से देखने को मिलती है। ये अपने विचारों पर दॄढ़ता के साथ बने रहते हैं। सामान्यत: ये किसी के साथ अन्याय नहीं करते और दूसरों से भी इसी बात की आशा रखते हैं।

सिंह राशि वालों का गुस्सा बहुत ही अजीव होता है ये जब क्रोधित होते है तो, शेर के समान दहाड़ने लगते हैं, परन्तु इनका क्रोध शीघ्र शांत भी हो जाता है। ये बहुत अधिक स्वाभिमानी होते हैं। इन्हें झुकना पसंद नहीं है भले ही इन्हें टूट ही क्यों न जाना पड़े। चाहे जितनी भी परेशानियां आएं पर ये लोग विचलित नहीं होते। इस राशि वालों को भ्रमण या पर्वतीय क्षेत्रों में घूमना अधिक रुचिकर लगता है।

क्योंकि इनकी राशि का स्वामी सूर्य ग्रह होता है जो ग्रहों का राजा कहा गया है अत: सिंह राशि के लोगों में शासन करने की प्रवृति अधिक होती है। आमतौर पर ये लोग सरकारी क्षेत्रो में कार्यरत होकर अपना अच्छा प्रभुत्व जमा लेते हैं। इन लोगों को किसी के आधीन रह कर काम करना पसंद नहीं होता अत: ये या तो स्वयं अपना काम करना चाहते है अथवा ये कोई ऐसा काम करना चाहते हैं जिसमें इन्हें बेवजह कोई दबाव न दिया जाता हो। इन लोगों की राजनीति में भी अच्छी रुचि होती है। अत: ये कोई बड़ा नेता या मंत्री भी हो सकते हैं। मूल्यवान वस्तुओं, और धातुओं का क्रय-विक्रय, जौहरी का कार्य भी इनके लिए शुभ और धन वैभव से परिपूर्ण करने वाला रहता है। ये अपने कार्यों के माध्यम से अपना प्रभुत्त्व, नाम, शोहरत आदि हाशिल करने के अभिलाषी रहते हैं। इस राशि वालों को जुआ, सट्टा, लॉटरी आदि का भी शौक हो सकता है।

सिंह राशि वालो का वैवाहिक जीवन प्रायः अशांत सा रहता है, इसका मुख्य कारण इनकी बाहरी कठोरता भी हो सकती है। ये घर में शासन करने का प्रयास करते हैं। ऐसे में इनके लिए एक सलाह है कि घर में शान्ति तभी स्थापित होती है जब घर के सभी सदस्यों को समान घरेलू अधिकार प्राप्त हो और घर में सबकी सुनी जाय। मनमानी करने की स्थिति में घरलू असंतोष का होना स्वाभाविक है। इनकी पिता पुत्र में कम ही बन पाती है। इनके आचरण के कारण बहुत से लोग इनके शत्रु बन जाते हैं और इन्हें परेशान करने की कोशिश भी करते है। परन्तु शत्रु सामने आकार इन लोगो की प्रशंसा भी करते है।

सिंह राशि वालों को वसीयत के द्वारा धन जायदाद भी मिलने की संभावना रहती है, परन्तु जायदाद बटवारे के कारण संबंधियों से मन मुटाव रहने की भी सम्भावना रहती है। लेकिन इनका उत्साही स्वभाव इन्हें झंझटों से छुटकारा दिलाने में सहायक भी होता है। इस राशि के लोगो का भाग्योदय 23वें वर्ष में होते देखा गया है। इनके जीवन के 32, 41, 50, 68 व 77वां वर्ष अत्यंत महत्वपूर्ण व उन्नतिदायक होते है। यदि आप घमण्ड, अति आत्मविश्वास, अति महत्व का प्रदर्शन, से स्वयं को बचाएंगे और अपनी राशि का रत्न माणिक्य पहनेंगे तो जीवन में अनुकूलता बनी रहेगी।

आशा है अपने जीवन से सम्बंधित इन तथ्यों को जानकर आप उचित आचरण करेंगे तथा सुखी रहते हुए प्रसंशा प्राप्त करेंगे। नमस्कार!!

Related Articles: