श्रीगणेशाय नम:
14 जुलाई 2015 को देवगुरु बृहस्पति सिंह राशि में प्रवेश करने वाले हैं और ये 11 अगस्त 2016 तक इसी राशि में रहेंगे। बृहस्पति के इस राशि परिवर्तन से आपकी राशि पर क्या असर पड़ेगा, आइए जानते हैं।
मेष:
बृहस्पति का गोचर आपके पंचम भाव में होने जा रहा है अत: बृहस्पति आपको लाभ पहुंचाने का वादा कर रहे हैं। इसकारण आपके घर परिवार में किसी शुभ कृत्य का आयोजन हो सकता है। इस समय आपकी बुद्धि में विलक्षणता सहज ही देखी जा सकती है। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा। यदि आप नौकरी पेशा हैं तो नौकरी में सुखद परिवर्तन सम्भव है या आपने परिवर्तन नहीं किया तो प्रमोसन सम्भव है। आपके मित्र व हितैषी आपका पूरा सहयोग करेंगे। धार्मिकक्रिया कलापों से आपका जुड़ाव होगा और आपका सामाजिक दायरा बढे़गा।
उपाय: पुजारियों और साधुओं की सेवा करना शुभ रहेगा।
वृष:
बृहस्पति के इस राशि परिवर्तन के कारण आपको सुख सुविधाओं का लाभ प्राप्त करने का मौका मिलने वाला है। नई गाडी या फ़िर नए घर में रहने का मौका मिलने वाला है। घर परिवार में सुख शांति बनी रहेगी। आप बड़े अधिकारियों और शक्ति सम्पन्न व्यक्तियों के सम्पर्क में आएंगे तथा आपके मान सम्मान में इजाफ़ा होगा। और यदि आप नौकरी या व्यापार में कुछ बदलाव लाने की सोच रहे हैं तो आपकी मेहनत रंग लाएगी। आप धार्मिक बनेंगे।
उपाय: अपने चरित्र को पवित्र बनाए रखते हुए मंदिर में जाकर चने की दाल का दान करें।
मिथुन:
बृहस्पति का गोचर आपके तीसरे भाव में हो रहा है अत: आपके भीतर एक नए आत्मविश्वास का संचार होगा। आपका सामाजिक दायरा तो बढ़ेगा। प्रचुर मात्रा में मान सम्मान भी मिल सकता है। छोटी दूरी की यात्राओं के माध्यम से काम बनेंगे। लेकिन स्वास्थ्य का खयाल जरूरी होगा। आप घर परिवार को लेकर कोई महत्वपूर्ण कार्य करना चाहेंगे। वैवाहिक जीवन की बात करें वो वैवाहिक जीवन सुखद रहने को सुंदर संयोग हैं। सहयोगियों और भागीदारों से भी सहयोग मिलेगा।
उपाय: देवी दुर्गा की पूजा करें और कन्याओं को मिठाई और फल दान करें।
कर्क:
बृहस्पति का यह गोचर आपके धन संचय के लिए बहुत अनुकूल रहेगा। आप खूब धन इकट्ठा करेंगे साथ ही आप घर परिवार के हित में खर्चे भी करेंगे। इस साल परिवार में कोई शुभ कृत्य सम्भव हैं। परिवार में किलकारियां गूंजने के योगायोग भी प्रतीत हो रहे हैं। आपकी लोकप्रियता में भी इजाफ़ा होगा। और इसी के कारण आप विरोधियों और प्रतिस्पर्धियों को परास्त कर अपने क्षेत्र में बेहतर करते नजर आएंगे। प्रेम प्रसंगो में भी अनुकूलता रहेगी।
उपाय: पुजारी को पीले कपड़ों का दान करें।
सिंह:
बृहस्पति आपकें पहले भाव में आ रहे हैं अत: आपका दिमाग पूरी तरह चैतन्य और सकारात्मक सोच वाला रहेगा। आपका मन प्रसन्न रहेगा। घर परिवार में पहले की अपेक्षा अधिक सुख शांति आएगी। साथ ही परिवार में कोई शुभ संस्कार भी हो सकता है। आमदनी बढ़ने के योग मजबूत हो रहे हैं। उच्चाधिकारियों से आपके सम्बंध सुधरेंगे। नौकरी में तरक्की भी सम्भव है। आपके स्वभाव में दार्शनिकता का भाव भी जागेगा।
उपाय: गायों की सेवा करें।
कन्या:
बारहवें भाव में बृहस्पति के गोचर को अधिक अनुकूल नहीं कहा गया है अत: आपके मन में कुछ असुरक्षा की भावना रह सकती है। फ़ालतू कामों में न उलझें और सही दिशा का चयन सावधानी पूर्वक करें। विरोधियों के षडयंत्र को पहचाने और समस्याओं का डट कर सामना करें। ईश्वर की शरण में जाएं। जहां तक सम्भव हो बेकार की यात्राओं से बचें। आर्थिक, सामाजिक और निजी सभी मामलों में संयम भी संयम से काम लें।
उपाय: साधुओं और गुरुओं की सेवा करना शुभ रहेगा।
तुला:
बृहस्पति का गोचर आपके लाभ भाव में हो रहा है अत: आप उत्साह से भरकर आप करिअर से सम्बंधित कोई नया प्रयास कर सकते हैं। आपके मित्र और भाई बन्धु भी खुशहाल रहेंगे। यदि आप किसी कम्पटीशन में भाग ले रहे हैं तो यकीन मानें सफलता आपके पाले में आती प्रतीत हो रही है। इस अवधि में आपके भीतर दार्शनिकता के भाव जाग सकते हैं। बृहस्पति के इस गोचर के कारण आप कोई साधना आदि करने का विचार भी बना सकते हैं।
उपाय: पीपल के पेड़ में जल चढ़ाना शुभ रहेगा।
वृश्चिक:
बृहस्पति का गोचर आपके दशम भाव यानी कि कर्म भाव में हो रहा है। जिससे आपके कर्मों से शुद्धता आएगी। आप व्यापार व्यवसाय में बहुत अच्छा करेंगे। यदि आप अपने काम धंधें को विस्तार देने की सोच रहे हैं तो बृहस्पति का गोचर सहयोगी बन सकता है। व्यापार और नौकरी के सिलसिले में घूमने के मौके मिलेंगे। यदि आप नौकरीपेशा हैं तो भी नौकरी में तरक्की होने के योगायोग मजबूत हो रहे हैं। और आपका पारिवारिक जीवन भी खुशहाल रहेगा।
उपाय: धार्मिक स्थानों में बादाम बांटना शुभ रहेगा।
धनु:
बृहस्पति का गोचर आपके नवम भाव पर हो रहा है। यह गोचर आपके भाग्योदय में सहायक होगा। आपके भीतर प्रचुर उत्साह और विश्वास जागेगा। आप अपने काम धंधे में सफलता पाएंगे आपके सम्मान में भी बढोत्तरी सम्भव है। घर परिवार का माहौल शांत और सुखद रहेगा। लम्बी यात्राओं के माध्यम से भी फ़ायदा हो सकता है। आप किसी धार्मिक या सामाजिक क्षेत्र के मुखिया या संत के सम्पर्क में भी आ सकते हैं। आपका मन योग क्रिया में भी लग सकता है।
उपाय: मांस मदिरा से बचें और बहते पानी में चावल बहाना शुभ रहेगा।
मकर:
बृहस्पति का गोचर आपके अष्टम भाव में हो रहा है अत: मन कुछ हद तक अशांत रह सकता है। इस अवधि में कुछ हद तक अस्वस्थता का अनुभव हो सकता है। हालांकि आपका मन कुछ गूढ़ विद्याओं की ओर आकृष्ट भी हो सकता है। अचानक धन की प्राप्ति भी हो सकती फिर भी इस समय पूंजी निवेश करना ठीक नहीं होगा। इस समय किसी भी मामले में किसी और के भरोसे रहना भी ठीक नहीं होगा बल्कि आत्मनिर्भर रहना ही उचित होगा।
उपाय: घी, आलू और कपूर मंदिर में दान करना शुभ रहेगा।
कुम्भ:
बृहस्पति आपके सप्तम भाव में गोचर कर रहा है अत: आपकी आकांक्षाओं की पूर्ति होगी। काम धंधा बेहतर होगा। नौकरी में तरक्की सम्भावित है। परिवारिक माहौल बेहतर होगा। पुरानी कठिनाइयों से छुटकारा मिलेगा। आप की संगति विद्वानों से होने वाली है। जीवन में सहजता आएगी। यदि आप विवाह योग्य हैं तो विवाह होने की सम्भावनाएं प्रबल हो रही हैं। विवाहित लोगों का वैवाहिक जीवन सुखी रहेगा। आपके मान-सम्मान में वृद्धि के योग प्रबल होंगे।
उपाय: भगवान शिव की पूजा करना शुभ रहेगा। और अब बात मीन राशि की
मीन:
आपके छठे भाव में बृहस्पति का गोचर इस बात का संकेत कर रहा है कि यदि आप कड़ी मेहनत करेंगें तो आपको अनुकूल परिणाम जरूर मिलेंगे। आपको चाहिए कि आप विवादों से दूर रहें और विरोधियों की रणनीति को बारीकी से समझें। मुकदमाबाजी और न्यायालयों के मामलों के लिये यह समय अच्छा है। फ़िर भी आत्मनिर्भरता जरूरी होगी। यदि कोई ऐसा व्यक्ति जो पहले आपका दुश्मन था और अब आपका हितैषी बनने का दिखावा करे तो उससे सावधान रहें।
उपाय: पुजारी को कपड़े और चंदन भेंट करना शुभ रहेगा।
14 जुलाई 2015 को देवगुरु बृहस्पति सिंह राशि में प्रवेश करने वाले हैं और ये 11 अगस्त 2016 तक इसी राशि में रहेंगे। बृहस्पति के इस राशि परिवर्तन से आपकी राशि पर क्या असर पड़ेगा, आइए जानते हैं।
मेष:
बृहस्पति का गोचर आपके पंचम भाव में होने जा रहा है अत: बृहस्पति आपको लाभ पहुंचाने का वादा कर रहे हैं। इसकारण आपके घर परिवार में किसी शुभ कृत्य का आयोजन हो सकता है। इस समय आपकी बुद्धि में विलक्षणता सहज ही देखी जा सकती है। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा। यदि आप नौकरी पेशा हैं तो नौकरी में सुखद परिवर्तन सम्भव है या आपने परिवर्तन नहीं किया तो प्रमोसन सम्भव है। आपके मित्र व हितैषी आपका पूरा सहयोग करेंगे। धार्मिकक्रिया कलापों से आपका जुड़ाव होगा और आपका सामाजिक दायरा बढे़गा।
उपाय: पुजारियों और साधुओं की सेवा करना शुभ रहेगा।
वृष:
बृहस्पति के इस राशि परिवर्तन के कारण आपको सुख सुविधाओं का लाभ प्राप्त करने का मौका मिलने वाला है। नई गाडी या फ़िर नए घर में रहने का मौका मिलने वाला है। घर परिवार में सुख शांति बनी रहेगी। आप बड़े अधिकारियों और शक्ति सम्पन्न व्यक्तियों के सम्पर्क में आएंगे तथा आपके मान सम्मान में इजाफ़ा होगा। और यदि आप नौकरी या व्यापार में कुछ बदलाव लाने की सोच रहे हैं तो आपकी मेहनत रंग लाएगी। आप धार्मिक बनेंगे।
उपाय: अपने चरित्र को पवित्र बनाए रखते हुए मंदिर में जाकर चने की दाल का दान करें।
मिथुन:
बृहस्पति का गोचर आपके तीसरे भाव में हो रहा है अत: आपके भीतर एक नए आत्मविश्वास का संचार होगा। आपका सामाजिक दायरा तो बढ़ेगा। प्रचुर मात्रा में मान सम्मान भी मिल सकता है। छोटी दूरी की यात्राओं के माध्यम से काम बनेंगे। लेकिन स्वास्थ्य का खयाल जरूरी होगा। आप घर परिवार को लेकर कोई महत्वपूर्ण कार्य करना चाहेंगे। वैवाहिक जीवन की बात करें वो वैवाहिक जीवन सुखद रहने को सुंदर संयोग हैं। सहयोगियों और भागीदारों से भी सहयोग मिलेगा।
उपाय: देवी दुर्गा की पूजा करें और कन्याओं को मिठाई और फल दान करें।
कर्क:
बृहस्पति का यह गोचर आपके धन संचय के लिए बहुत अनुकूल रहेगा। आप खूब धन इकट्ठा करेंगे साथ ही आप घर परिवार के हित में खर्चे भी करेंगे। इस साल परिवार में कोई शुभ कृत्य सम्भव हैं। परिवार में किलकारियां गूंजने के योगायोग भी प्रतीत हो रहे हैं। आपकी लोकप्रियता में भी इजाफ़ा होगा। और इसी के कारण आप विरोधियों और प्रतिस्पर्धियों को परास्त कर अपने क्षेत्र में बेहतर करते नजर आएंगे। प्रेम प्रसंगो में भी अनुकूलता रहेगी।
उपाय: पुजारी को पीले कपड़ों का दान करें।
सिंह:
बृहस्पति आपकें पहले भाव में आ रहे हैं अत: आपका दिमाग पूरी तरह चैतन्य और सकारात्मक सोच वाला रहेगा। आपका मन प्रसन्न रहेगा। घर परिवार में पहले की अपेक्षा अधिक सुख शांति आएगी। साथ ही परिवार में कोई शुभ संस्कार भी हो सकता है। आमदनी बढ़ने के योग मजबूत हो रहे हैं। उच्चाधिकारियों से आपके सम्बंध सुधरेंगे। नौकरी में तरक्की भी सम्भव है। आपके स्वभाव में दार्शनिकता का भाव भी जागेगा।
उपाय: गायों की सेवा करें।
कन्या:
बारहवें भाव में बृहस्पति के गोचर को अधिक अनुकूल नहीं कहा गया है अत: आपके मन में कुछ असुरक्षा की भावना रह सकती है। फ़ालतू कामों में न उलझें और सही दिशा का चयन सावधानी पूर्वक करें। विरोधियों के षडयंत्र को पहचाने और समस्याओं का डट कर सामना करें। ईश्वर की शरण में जाएं। जहां तक सम्भव हो बेकार की यात्राओं से बचें। आर्थिक, सामाजिक और निजी सभी मामलों में संयम भी संयम से काम लें।
उपाय: साधुओं और गुरुओं की सेवा करना शुभ रहेगा।
तुला:
बृहस्पति का गोचर आपके लाभ भाव में हो रहा है अत: आप उत्साह से भरकर आप करिअर से सम्बंधित कोई नया प्रयास कर सकते हैं। आपके मित्र और भाई बन्धु भी खुशहाल रहेंगे। यदि आप किसी कम्पटीशन में भाग ले रहे हैं तो यकीन मानें सफलता आपके पाले में आती प्रतीत हो रही है। इस अवधि में आपके भीतर दार्शनिकता के भाव जाग सकते हैं। बृहस्पति के इस गोचर के कारण आप कोई साधना आदि करने का विचार भी बना सकते हैं।
उपाय: पीपल के पेड़ में जल चढ़ाना शुभ रहेगा।
वृश्चिक:
बृहस्पति का गोचर आपके दशम भाव यानी कि कर्म भाव में हो रहा है। जिससे आपके कर्मों से शुद्धता आएगी। आप व्यापार व्यवसाय में बहुत अच्छा करेंगे। यदि आप अपने काम धंधें को विस्तार देने की सोच रहे हैं तो बृहस्पति का गोचर सहयोगी बन सकता है। व्यापार और नौकरी के सिलसिले में घूमने के मौके मिलेंगे। यदि आप नौकरीपेशा हैं तो भी नौकरी में तरक्की होने के योगायोग मजबूत हो रहे हैं। और आपका पारिवारिक जीवन भी खुशहाल रहेगा।
उपाय: धार्मिक स्थानों में बादाम बांटना शुभ रहेगा।
धनु:
बृहस्पति का गोचर आपके नवम भाव पर हो रहा है। यह गोचर आपके भाग्योदय में सहायक होगा। आपके भीतर प्रचुर उत्साह और विश्वास जागेगा। आप अपने काम धंधे में सफलता पाएंगे आपके सम्मान में भी बढोत्तरी सम्भव है। घर परिवार का माहौल शांत और सुखद रहेगा। लम्बी यात्राओं के माध्यम से भी फ़ायदा हो सकता है। आप किसी धार्मिक या सामाजिक क्षेत्र के मुखिया या संत के सम्पर्क में भी आ सकते हैं। आपका मन योग क्रिया में भी लग सकता है।
उपाय: मांस मदिरा से बचें और बहते पानी में चावल बहाना शुभ रहेगा।
मकर:
बृहस्पति का गोचर आपके अष्टम भाव में हो रहा है अत: मन कुछ हद तक अशांत रह सकता है। इस अवधि में कुछ हद तक अस्वस्थता का अनुभव हो सकता है। हालांकि आपका मन कुछ गूढ़ विद्याओं की ओर आकृष्ट भी हो सकता है। अचानक धन की प्राप्ति भी हो सकती फिर भी इस समय पूंजी निवेश करना ठीक नहीं होगा। इस समय किसी भी मामले में किसी और के भरोसे रहना भी ठीक नहीं होगा बल्कि आत्मनिर्भर रहना ही उचित होगा।
उपाय: घी, आलू और कपूर मंदिर में दान करना शुभ रहेगा।
कुम्भ:
बृहस्पति आपके सप्तम भाव में गोचर कर रहा है अत: आपकी आकांक्षाओं की पूर्ति होगी। काम धंधा बेहतर होगा। नौकरी में तरक्की सम्भावित है। परिवारिक माहौल बेहतर होगा। पुरानी कठिनाइयों से छुटकारा मिलेगा। आप की संगति विद्वानों से होने वाली है। जीवन में सहजता आएगी। यदि आप विवाह योग्य हैं तो विवाह होने की सम्भावनाएं प्रबल हो रही हैं। विवाहित लोगों का वैवाहिक जीवन सुखी रहेगा। आपके मान-सम्मान में वृद्धि के योग प्रबल होंगे।
उपाय: भगवान शिव की पूजा करना शुभ रहेगा। और अब बात मीन राशि की
मीन:
आपके छठे भाव में बृहस्पति का गोचर इस बात का संकेत कर रहा है कि यदि आप कड़ी मेहनत करेंगें तो आपको अनुकूल परिणाम जरूर मिलेंगे। आपको चाहिए कि आप विवादों से दूर रहें और विरोधियों की रणनीति को बारीकी से समझें। मुकदमाबाजी और न्यायालयों के मामलों के लिये यह समय अच्छा है। फ़िर भी आत्मनिर्भरता जरूरी होगी। यदि कोई ऐसा व्यक्ति जो पहले आपका दुश्मन था और अब आपका हितैषी बनने का दिखावा करे तो उससे सावधान रहें।
उपाय: पुजारी को कपड़े और चंदन भेंट करना शुभ रहेगा।
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