FREE Matrimony - Shaadi

Tula Rashi (तुला राशि)

Friday, January 10, 2014


तुला राशि भचक्र की सातवीं राशि है और इसका स्वामी ग्रह है शुक्र है। इस राशि का चिन्ह यानी कि सिम्बल तुला यानी कि तराजू है। यह राशि वायु तत्त्व की होती है। आमतौर पर तुला राशि व लग्न वाले जातक इकहरे शरीर के होने के साथ-साथ सुन्दर नाक-नक्श के होते हैं, चाहे रंग सांवला ही क्यों न हो फ़िर भी व्यक्तित्त्व आकर्षक होता है। अधिकांश तुला लग्न वाले मध्यम कद के गठे हुए शरीर तथा खिलते हुए सांवले-सलोने रंग के होते है। इनके बाल घुंघराले व सघन होते हैं। चमकदार आँखे इनकी विशेष पहचान होती हैं। इनका चौड़ा मुख, चौड़ी छाती, बड़ी नाक, ललाट चौड़ा और चमकता हुआ होता है। संक्षेप में कहा जाय तो इस राशि के लोग संतुलित शरीर के सुन्दर, आकर्षक और देखने में शानदार होते है। तथा इन्हें सदैव प्रसन्नचित एवं मुस्कराते देखा जा सकता है। ऐसे जातक कम बोलने वाले, कलाकार, व्यवस्थित तरीके से रहने वाले होते हैं।

तुला लग्न वाले भावना-प्रधान व शीघ्र निर्णय लेने वाले होते हैं। ये व्यवहार पसंद होते हैं और सबको साथ लेकर चलने की प्रवृत्ति होने के कारण सबके साथ एक समान व्यवहार करते हैं। ये मित्र बनाने में माहिर होते हैं। इनके चेहरे पर एक विशेष आकर्षण होता है, जिस कारण लोग इनकी ओर खींचे चले जाते हैं। इनका स्वभाव सौम्यता लिये होता है क्योंकि उनको स्वभाव में सब कुछ संतुलित करके चलने की आदत विद्यमान होती है। परन्तु कभी-कभी ये जितने सौम्य होते हैं, जरूरत प़डने पर उतने ही कठोर भी बन जाते हैं। भले ही ये साधनविहीन हों, किन्तु इनके लक्ष्य सदा ही ऊँचे होते है. इंसानियत इनके चरित्र का अंग होती है। मशहूर अभिनेता और हास्य कलाकार चार्ली चैपलिन, दादा कोंडके और दादासहेब फ़ाल्के तुला लग्न के ही थे।

इस राशि के लोग संतुलित दिमाग के होते हैं। ये सोच विचार करके ही कोई कार्य करते हैं। तुला राशि वाले लोगों को रचनात्मक कार्य करना पसंद होता है। यहां तक कि ये किसी की आलोचना भी करेंगे तो रचनात्मक ढंग से करेंगे। इनकी कल्पना शक्ति बहुत ही अच्छी होती है। साथ ही इस राशि वालों का बौद्धिक स्तर भी काफी ऊंचा होता है। दूसरे के मन की थाह कैसे ली जा सकती है, ये बहुत अच्छी तरह से जानते है किन्तु अपने मन की बात किसी को भी नहीं बताते है। उचित व जल्दी निर्णय लेना इनकी प्रमुख विशेषता होती है। लेकिन कई बार छोटी से छोटी बात भी इनके मस्तिष्क को बैचेन कर देती है।

प्रेम के मामले में तुला राशि वाले बड़े व्यवहारिक, स्थिर, तथा गंभीर होते है। ये जिससे भी प्रेम करते है, उस पर सब कुछ न्यौछावर करने को तत्पर रहते है। इनके मित्रों में महिला मित्रों की संख्या अधिक होती है। आमतौर पर इनका भाग्योदय विवाह के पश्चात ही होता है। ये वैवाहिक जीवन सुखमय व शांतिपूर्वक व्यतीत करने में सक्षम होते है। तुला लग्न की लड़कियां बुद्धिमान सुन्दर और चतुर होती हैं। वे अपनी जीवन साथी से बहुत प्यार करती हैं। इनका शांतिप्रिय व्यवहार व हास्य प्रवृति सबका मन मोह लेती है। इन्हें अपने घर और संपत्ति से बहुत लगाव होता है। तुला राशि वालों को भोग विलास की वस्तुओं का उपभोग करना और खरीदना बहुत पसंद होता है। ऎसे व्यक्ति अच्छा खाने और अच्छा पहनने के शौकीन होते हैं। ऎसे व्यक्ति को अपनी कार्य प्रणाली में पेंटिग्स, संगीत, नृत्य आदि क्रेटिविटी को भी शामिल कर लेना चाहिए। ऎसे व्यक्तियों के ऑफिस में इंटीरियर बहुत अच्छा देखने को मिलता है। संगीत, गायन, नृत्य, एक्टिंग आदि चीजें पसंद करते हैं और ये गुण भी इनमें विद्यमान रहते हैं। ये व्यक्ति नये चिन्तन व परीक्षण करने वाले यानी कि क्रियटिव होते हैं। इन्हें नई टेक्नोलॉजी भी बहुत पसंद होती है।

तुला राशि वाले लोग ईश्वर में आस्था रखने वाले होते हैं। ये देवताओं गुरुजनों, अतिथियों के पूजक, कृपालु तथा परोपकारी होते हैं। शुभ ग्रह का प्रभाव होने पर ये उदार और दयालु देखे गए हैं। ऐसे लोगों का रुझान न्याय एवं अनुशासन के प्रति अधिक होता है। इन्हें अनैतिकता, फूहड़पन, अव्यवस्था, अन्याय, अविचार, दिखावा बिलकुल भी पसंद नहीं होता है। ये लोग संतुलित जीवन जीना चाहते हैं। ये लोग चतुर और नीतिज्ञ होते हैं इन्हें यश-अपयश, हानि-लाभ, तथा जय-पराजय का विश्लेषण करना भली भांति आता है। सामान्यत: ये मन में किसी भी तरह का भेदभाव नहीं रखते हैं। ये बहुत जल्दी ही हर माहौल में ढल जाते हैं। इनमें हाजिर जवाबी की अद्भुद क्षमता होती है और पहनावा भी अच्छा होता है। इनके अन्दर राजाओं की तरह रहन-सहन, खान-पान वाले गुण पाये जाते हैं।

इस राशि वाले लोग कुशल व्यापारी तथा लोक व्यवहार में चतुर होते हैं। कला तथा सौंदर्य प्रसाधन, सुन्दर वस्त्र, कलात्मक सजावट आदि से सम्बंधित कामों में इन्हें अच्छी सफलता मिलती है। ये वकील, जज, आर्किटेक्ट, संपादक, लेखक, अभिनेता और अच्छे साहित्यकार हो सकते हैं। राजनीति के क्षेत्र में भी ये अच्छी सफलता पाते हैं। विदेश और समुंद्री यात्रा इनके लिए विशेष लाभप्रद होती है। तुला राशि वालों का भाग्योदय सामान्य तौर पर 25वें वर्ष होता देखा गया है। फ़िर भी इनके जीवन के 34, 43, 52, 61, 70 एवं 79वां वर्ष अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। ऎसे व्यक्ति अच्छे बिजनसमैन साबित होते हैं। ये एक जगह टिक कर नहीं बैठ सकते। इन्हें हमेशा किसी ना किसी काम की आवश्यकता होती है अन्यथा इनका समय अपने शौक को पूरा करने में व्यतीत हो जाता है।
FREE Matrimony - Shaadi